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Friday, May 10, 2013

hair tips of jawed habib in hindi


बाल चाहे जैसे हों लेकिन अच्छे ढंग से संवारे गए हों तो वे सौंदर्य में इजाफा कर देते हैं। हर किसी के बाल एक दूसरे से अलग होते हैं। ऐसे में उनकी जरूरत को ध्यान में रखते हुए आप कैसी हेयरस्टाइल बनाएं जानें।
1. फ्लफी इफेक्ट के लिए
बालों को शैंपू करने के बाद कंडिशनर लगाएं। जब हलके सूख जाएं तब जड से सिरे तक मूस लगाएं। पैडल ब्रश की सहायता से ब्लो ड्राई करें। अब एक राउंड थर्मो ब्रिसल ब्रश से धीर-धीरे बालों को स्ट्रेट करें। स्टाइलिंग स्प्रे डालें। फिर छोटे-छोटे सेक्शन में बांट कर सेल्फ होल्डिंग थर्मो रोलर्स लगाएं। हीट देकर 10 मिनट तक सेट करें। रोलर्स हटाकर ब्रश से हलके से वॉल्यूम देते हुए बालों को सेट करें। दूर से शाइन स्प्रे करें।
2. कर्ली इफेक्ट के लिए
बालों में अच्छी तरह मूस लगाएं। फिर राउंड थर्मो ब्रिसल ब्रश से जडों के पास से ब्लो ड्राइ करें ताकि वॉल्यूम मिले। बालों को एक से दूसरे कान तक सेक्शन में बांटें। बाकी बालों को पिनअप कर दें। फिर पीछे के बालों की स्टाइल बनाएं। एक सेक्शन लें और फिक्िसग स्प्रे लगाएं। आहिस्ते से आधा ट्विस्ट कर के टॉन्ग के बीच में लगाएं। अब सेक्शन को टॉन्ग के चारों ओर लपेटें। अब दूसरे सेक्शन को ट्विस्ट करें जैसे अंग्रेजी का आठ बनाना हो। पांच सेकंड रुकें। फिर लपेटे हुए सेक्शन को धीरे-धीरे खोलें। इस प्रकार पीछे के सारे बालों के सेक्शन को पूरा करें। जब सारे बाल संवर जाएं तब आगे वाले बालों के सेक्शन को उसी तरह कर्ल करें। उंगलियों से सेट करें। ब्रश न करें। ऊपर से शाइन स्प्रे करें।
3. स्ट्रेट एंड स्लीक
हलके गीले बालों पर मूस लगाएं। फिर दो भाग में बांट कर क्लिप लगाएं। उन दो सेक्शन से छोटे-छोटे सेक्शन निकालकर ब्रश से ऊपर से नीचे की दिशा में एयर फ्लो करें। जड के पास से सुखाते हुए नीचे की तरफ लाएं। हथेलियों में थोडा सा सीरम लेकर बालों पर फेरें।

protect from wrinkle in hindi




उम्र बढने के साथ झाइयां शुरू हो जाती हैं,लेकिन अगर खान-पान में अनियमितता बरती जाए तो उम्र से पहले चेहरे पर झाइयां हो जाती हैं। झाइयों के कारण चेहरा अच्छा नहीं दिखता है।  
तेज धूप में निकलने और हार्मोन में असंतुलन के कारण भी झाइयां होती हैं। अगर आपके चेहरे पर झाइयां हैं तो आपका आत्मुविश्वास इससे प्रभावित होता है। झाइयों की समस्या से निपटने के लिए घरेलू उपचार बहुत ही आसान तरीका है।

झाइयों से बचने के लिए घरेलू उपचार –
  • चेहरे की झाइयों को दूर करने के लिए आप आधा नीबू व आधा चम्मच हल्दी और दो चम्मच बेसन लीजिए। अब इन चीजों को आपस में अच्छी तरह मिलाकर पेस्ट बना लें। अब इस मिश्रण का मास्क चेहरे पर तीन या चार बार लगाइए। इससे झाइयां समाप्त होंगी।  
  • चेहरे पर ताजे नीबू को मलने से भी झाइयां समाप्त होती हैं। ताजे नींबू को काटकर आराम से चेहरे पर सुबह-शाम लगाइए।
  • सेब खाने और सेब का गूदा चेहरे पर मलना चाहिए, इससे झाइयां दूर होती हैं।
  • रात को नींद न आने से भी चेहरे पर झाइयां पड़ जाती हैं, जिन्हें दूर करने के लिए रात को सोने से पहले चेहरे को अच्छी तरह से धुल लेना चाहिए।
  • एक चम्मच मलाई में तीन या चार बादाम पीसकर दोनों का मिश्रण बना लीजिए। उसके बाद इस मिश्रण को चेहरे पर लगाकर हल्के हाथों से मसाज करने के बाद सो जाइए। सुबह उठकर इस लेप को बेसन से धुल लीजिए। 2-3 हफ्ते तक इस लेप को लगाने से झाइयां समाप्त हो जाती हैं।
  • दिन में एक गिलास गाजर का रस बिना नमक-मिर्च मिलाए पीजिए। इससे चेहरा तो सुर्ख होगा ही, साथ ही झाइयां भी समाप्त हो जाएंगी।
  • ताजा टमाटर काटकर चेहरे पर हल्के हाथों से मसाज करने से थोड़े दिनों के उपरांत चेहरे की झाइयाँ कम हो जाती हैं और चेहरे की रंगत भी निखर जाती है।
  • झाइयों से छुटकारा पाने के लिए पपीते को चेहरे पर रगडिए। नियमित रूप से 15 मिनट तक पपीते के पल्प  को चेहरे पर रगडिए, उसके बाद ठंडे पानी से चेहरे को धुल लीजिए। इससे झाइयां समाप्त हो जाती हैं।
  • 5-6 बादाम को नींबू की कुछ बूंदों के साथ मिलाकर पेस्ट बना लीजिए। इस पेस्ट को चेहर पर लगाइए और 15 मिनट बाद ठंडे पानी से साफ कीजिए। झाइयां समाप्त होंगी।

तेज धूप और अनियमि‍त दिनचर्या के कारण झाइयां होती हैं। इसलिए तेज धूप में निकलने से पहले चेहरे को पूरी तरह से ढंक लीजिए। ज्यादा झाइयां होने पर आप‍ चिकित्सक से संपर्क कर सकते हैं।

wrinkles due to dry skin in hindi

protect your face from wrinkles



आपके खूबसूरत चेहरे पर अगर झाईयां हैं, तो कहीं ना कहीं यह आपके आत्मविश्वास को भी प्रभावित करती हैं। आंखों के इर्द-गिर्द या फिर चेहरे पर झाइयां आपके सौंदर्य को प्रभावित करती हैं। चेहरे पर पड़ने वाली झाइयों का कारण आपके पेट में गड़बड़ी या हार्मोंस में असंतुलन हो सकता है। हालांकि झाइयों से मुक्ति पाने के लिए आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। लेकिन कभी-कभी यह झाइयां समय के साथ ठीक भी हो जाती हैं। चेहरे की झाइयां दूर करने के लिए आप घरेलू उपचार भी अपना सकती हैं। आइए जानें चेहरे की झाइयों से मुक्ति पाने के लिए क्या करें।

  • झाइयों से बचने के लिए जरूरी है कि आप तेज धूप से बचें। जब भी आप धूप में निकले तो छतरी का इस्तेमाल करें और अपनी आंखों को बचाएं।
  • धूप में घर से बाहर निकलते समय सनस्क्रीन लोशन जरूर लगाएं।
  • घरेलू उपाय अपनाते हुए आप घर में ही स्क्रब कर सकती हैं। स्क्रब के लिए जौ के आटे में दही, लेमन जूस और मिंट जूस मिलाकर चेहरे पर 2 से 3 मिनट तक मलें और लगभग 5मिनट के बाद चेहरा धो लें।
  • चेहरे की झाइयां दूर करने के लिए आप नींबू, हल्दी और बेसन का पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगा सकते हैं।
  • अनिंद्रा भी झाइयों का कारण हो सकती है । इसीलिए आपकी नींद पूरी होना भी जरूरी है, इसके लिए आप समय पर सोएं और समय पर उठें।
  • रात को सोने से पहले चेहरे को जरूर धोए,  ऐसा करने से  झाइयां भी दूर होंगी और चेहरे की गंदगी भी दूर होगी।
  • रात को सोने से पहले मलाई में बादाम पीसकर पेस्ट बनाकर चेहरे पर हल्के हाथ से मसाज करें और ऐसे ही सो जाएं और सुबह उठकर बेसन से चेहरा धो लें।
  • सेब का गूदा या फिर पपीते के पल्प को चेहरे पर मलने से भी झाइयां दूर होती हैं।
  • बादाम, नींबू और मलाई का पेस्ट या फिर तुलसी की पत्तियों का पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाने से झाइयों को दूर करने में मदद मिलती हैं।
  • प्रतिदिन ताजा टमाटर काटकर, उसके रस से चेहरे पर हल्के हाथों से मसाज करने से झाईयां दूर होती हैं है।
  • चेहरे की झाइयां दूर करने के लिए आपका अंदरूनी स्वस्थ रहना जरूरी है ऐसे में आपको कम से कम रोजाना 10 से 12 गिलास पानी पीना चाहिए।
  • प्रतिदिन बिना मसाले का एक गिलास गाजर का रस पीने से झाइयां दूर होती है।
  • स्वस्थ रहने के लिए आपको दूध, दही, हरी सब्जियां, सेब और सलाद इत्यादि अपने खाने में शामिल करना चाहिए।

HAIR CONDITIONER AT HOME IN HINDI रेशमी बालों के लिए



रेशमी बालों के लिए-

ककड़ी, केले, टमाटर और दही का पेस्ट बनायें और बालों को धोने के बाद इस मिश्रण को बालों में लगायें। यह प्राकृतिक कंडीशनर है।

सुंदर दिखने के लिए आप यह तकनीक तो अपना सकते हैं लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण है आपका खान-पान और व्यायाम। एक बहुत पुरानी कहावत है कि आप जैसा खाते हैं वैसे ही दिखते हैं। अपनी डायट में फाइबर युक्त फल, हरी सब्जि़यां और एण्टीआक्सिडेंट शामिल करें। कम से कम 7 से 8 घंटों की नींद ज़रूर लें क्योंकि आराम करना भी अच्छी त्वचा के लिए आवश्यक है।

HOME MADE FACE PACK FOR BEAUTYFUL SKIN IN HINDI


पार्लर और सौंदर्य निखारने की नई तकनीक हमारी मुश्किलें आसान तो करती हैं, लेकिन कई बार इनके बुरे प्रभाव भी पड़ते हैं। कास्मेटिक्स से आज पूरा बाज़ार भरा पड़ा है और हर ब्रैंण्ड आपको खूबसूरत बनाने का वादा करता है।
अपने फेवरेट ब्रैण्ड पर तो हम सभी विश्वास करते हैं। लेकिन त्वचा के मामले में अगर नये विकल्पों की बात करें तो शायद ही हममें से कोई इन्‍हें अपनाने की कोशिश करेगा। महंगे क्रीम, पार्लर या स्पा की बात करें तो शायद खूबसूरती आपको हर तरफ नज़र आयेगी। लेकिन क्या वाकई में इनके अलावा खूबसूरत दिखने का कोई विकल्प नहीं।

डाक्टरों का मानना है कि सौंदर्य के वे उत्पाद जिनसे पूरा बाज़ार भरा पड़ा है उनके कारण त्वचा संबंधी समस्याएं भी आ सकती हैं। अगर हम कुछ ऐसे नुस्खों की बात करें जो आपकी दादी नानी के ज़माने से सौंदर्य के लिए इस्तेमाल होते आ रहे हैं तो आप उसे ज़रूर आज़मायेंगे। ऐसे भी प्राकृतिक उत्पाद हैं जिन्हें हम भूल चुके हैं और जो सौंदर्य के लिए आवश्यक हैं।
क्लींन्ज़र हो तो ऐसा-  

एक टमाटर के रस को दो बड़े चम्मच दूध के साथ मिला लें। इस मिश्रण को चेहरे पर लगायें और 10 से 15 मिनट तक छोड़ दें, फिर चेहरा पानी से धो लें। विशेषज्ञों का भी मानना है कि इस क्लीनज़र से ना सिर्फ त्वचा आयल फ्री होती है बल्कि डेड सेल्स भी निकल जाते हैं।

क्रीमी मसाज-

चेहरे पर निखार लाने के लिए क्रीम लगायें और अपवर्ड सर्कुलर मूवमेंट में चेहरे की मसाज करें। इससे आपकी त्वचा में निखार तो आयेगा ही साथ ही त्वचा के डेड सेल्स भी निकल जायेंगे।

अण्डे से निखारें चेहरे की चमक-

तैलीय त्वचा वालों को चेहरे पर अण्‍डे का सफेद भाग लगाना चाहिए और शुष्क त्वचा वालों को अण्डे की जर्दी। अण्डे को चेहरे पर लगाने से त्वचा के रोमछिद्र सीमित होते हैं और झुर्रियां भी देर से पड़ती हैं।

यह भी ट्राई करें-

प्राकृतिक तौर पर खूबसूरती पाने के लिए चेहरे पर फलों का रस लगाकर 10 से 15 मिनट तक छोड़ दें। यह एक आसान सा घरेलू नुस्खा है। झुर्रियों से बचने के लिए आप सेब, नीबू या अनानास का रस लगा सकते हैं। क्योंकि फलों में एस्ट्रिसन्जेंट के साथ ब्लीचिंग के गुण भी होते हैं।

ब्लैक हैड्स को कहें गुडबाय-

सभी उम्र के लोगों में यह समस्या बहुत आम है जिसका इलाज बहुत आसान है। ब्लैंकहैड्स निकालने के लिए एक बड़े चम्मच से पीसी हुई काली मिर्च लें और इसमें दही मिला लें। इस मिश्रण को 10 से 15 मिनट तक चेहरे पर लगायें और चेहरा धो लें।

USE OF ORANGE JUICE IN FAIR SKIN IN HINDI



खूबसूरत दिखना हर किसी की चाहत होती है। इसके लिए लोग मोटी रकम खर्च करने से भी गुरेज नहीं करते। लेकिन, अब इसकी कोई जरूरत नहीं है क्योंकि नियमित रुप से एक गिलास संतरे का जूस पीने से ही आपकी त्वचा से लेकर बाल और नाखूनों में निखार आने लगेगा और आप और भी ज्यादा खूबसूरत नजर आने लगेंगे।

एक नए शोध में इसका दावा किया गया है। स्वास्थ्य व सौंदर्य विशेषज्ञों की एक टीम का कहना है कि संतरे का पीला रंग सूरज की किरणों से त्वचा को होने वाले नुकसान को कम करता है। यह त्वचा के लचीलेपन में सुधार भी करता है। विशेषज्ञों ने बताया कि संतरे में विटामिन सी, पोटैशियम और फोलिक एसिड होती है और यह खूबसूरती के लिए फायदेमंद है।

‘मिरर’ की एक रिपोर्ट के अनुसार विटामिन सी कोलाजेन के साथ ही पौष्टिक लुटीन के उत्पादन के लिए अनिवार्य है। विशेषज्ञों की मानें तो संतरे के 200 मिली जूस में विटामिन सी की मात्रा 60 मिग्रा. होती है और वयस्कों को नियमित रूप से इतनी ही मात्रा की जरूरत पड़ती है। संतरे का इस्तेमाल झुर्रियों को दूर करने के लिए भी किया जाता है।

सौंदर्य उद्योग के 200 कार्यकर्ताओं पर यह शोध किया गया, जो ‘कॉस्मेटिक एग्जेक्युटिव वूमेन’ की सदस्य हैं। इनमें से 65 प्रतिशत महिलाओं ने कहा कि वे अपने क्लांइट को नियमित दिनचर्या में एक गिलास संतरे का जूस शामिल करने की सलाह देती हैं।

USE OF ORANGE FOR SKIN IN HINDI


संतरा गुणों की खान होता है। इसमें विटामिन सी एवं फाइबर प्रचुर मात्रा में होते हैं जो आपके शरीर को काफी फायदा पहुंचाते हैं।

लेकिन इसका छिलका कम गुणवान नहीं होता। इसके छिलके में भी सैकड़ों गुण छुपे होते हैं जो आपके शरीर को ढेरों फायदा पहुंचाते हैं। आइये जाने संतरे के छिलकों के कुछ अदभूत फायदे।

संतरे के छिलकों में विटामिन्स एवं खनिज

संतरे के छिलकों में विटामिन्स एवं खनिज प्रचुर मात्रा में होते हैं। इसमें बी विटामिन्स में विटामिन बी 5 बी 6 और फोलेट पाए जाते हैं जो मष्तिष्क सम्बन्धी अनेकों विकारों को दूर करते हैं जैसे डिप्रेशन (अवसाद), तनाव, चिंता, माईग्रेन,  इत्यादि। बी विटामिन्स आपकी तंत्रिका तंत्र (नर्वस सिस्टम) को भी स्वस्थ रखते हैं।

संतरे के छिलकों में विटामिन सी

संतरे के छिलकों में विटामिन सी भी भरपूर मात्रा में मौजूद रहता है  जो आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक प्रणाली  को मजबूत करता है  जिसकी वजह से रोग आपसे दूर हीं रहते हैं। विटामिन सी की मौजूदगी में कोई भी रोग आपको आसानी से अपना शिकार नहीं बना सकता। विटामिन सी आपकी त्वचा को जवान रखता है एवं उसकी चमक बरक़रार रखता है। यह विटामिन आपके बालों को भी मजबूती प्रदान करता है, बालों को झड़ने से रोकता है एवं बाल घने एवं काला करता है।

संतरे के छिलकों में विटामिन ए

संतरे के छिलकों में विटामिन ए भी काफी मात्रा में पाया जाता है जो आपकी आँखों को तंदरुस्ती प्रदान करता है। यह आपकी आँखों की रोशनी तेज करता है एवं आँखों के आस पास झुर्रियां पड़ने से रोकता है। यह विटामिन आपके शरीर में रक्त संचार भी दुरुस्त करता है जिससे आप सदैव स्वस्थ रहते हैं। यह विटामिन आपके बालों को भी मजबूती प्रदान करता है जिससे आपके बाल घने होते हैं एवं जल्दी झड़ते नहीं हैं।

संतरे के छिलकों में कैल्सियम

संतरे के छिलकों में कैल्सियम प्रचुर मात्रा में विराजमान रहता है जो आपकी हड्डियों की तंदुरुस्ती के लिए अति आवश्यक है। इससे आपकी हड्डियां मजबूत होती हैं तथा आपको ओस्टोपोरोसिस होने खतरा नहीं रहता।

संतरे के छिलकों दिल की बीमारियों में लाभकारी

संतरे के छिलकों में कई ऐसे गुण पाए जाते हैं जो दिल की बीमारियों को दूर करते हैं और इस तरह से इसका सेवन करने वाला व्यक्ति हार्ट एटेक, स्ट्रोक, हाई ब्लड प्रेशर जैसे रोगों से बचा रहता है। इन सबका एक प्रमुख कारण यह है कि संतरे के छिलके कोलेस्ट्रोल को कम करते हैं जिसकी वजह से आपकी रक्त वाहिनियाँ प्लेक से अवरोधित नहीं होतीं और आपके शरीर में रक्त संचार सुचारू रूप से होता रहता है।

संतरे के छिलके  कब्ज में फायदेमंद

संतरे के छिलकों में पेक्टिन पाया जाता है जिसे प्राकृतिक फाइबर के रूप में भी जाना जाता है। इसकी वजह से आपकी पेट की सारी बीमारियाँ दूर रहती हैं। यह कब्ज को दूर करने में बहुत हीं प्रभावकारी होता है।

वजन को नियंत्रण में रखना

संतरे के छिलकों में ऐसे गुण होते हैं जो आपकी भूख  को नियंत्रण में रखते हैं तथा वजन बढ़ने नहीं देते। जिनका वजन बढ़ गया है उनके लिए यह बहुत हीं उपयोगी है क्योंकि यह प्राकृतिक रूप से वजन कम करता है; आपके शरीर को बिना कोई नुकसान पहुंचाए।

कैंसर से बचाव करना

संतरे के छिलके आपको फेफड़ों के कैंसर से भी बचाते हैं, । इसके अलावा यह स्तन कैंसर, कोलोन कैंसर, पेट के कैंसर, गले के कैंसर, इत्यादि से भी आपका बचाव करता है।

इसका प्रयोग कैसे करें ?

आप संतरे के छिलकों को सुखाकर उसकी चाय बनाकर पी सकते हैं जिससे आपका वजन कम हो सकेगा एवं आपको अन्य लाभ भी मिलेंगे। अक्सर संतरे के छिलकों को सुखाकर  उसका पाउडर तैयार कर लिया जाता है फिर उसे चाय के रूप में पीया जाता है या अन्य खाद्य पदार्थों के साथ। मेडिकल स्टोर्स में इसके पाउडर इसके उपयोग की विधि के साथ उपलब्ध रहते हैं।

SKIN CARE IN SUN IN HINDI





अगर आप धूप मेंज्यादा देर तक रहती है। सनस्क्रीन
का प्रयोग नहीं करतीं तो त्वचा के खुले
हिस्सों पर सनबर्न होना लाजमी है। तेज धूप के
प्रकोप से त्वचा की ऊपरी परत जल जाती है और
डेड हो जाती है, जिसे आम बोलचाल की भाषा में
झुलसना कहते हैं। वह हिस्सा गहरा भूरा और
काला पड जाता है। सनबर्न को दूर करने और
त्वचा का कालापन हटाने के लिए यहां दिए गए
उपायों को अपनाएं।
1. शॉवर लें
ठंडे पानी में थोडा बेकिंग सोडा डालकर शॉवर
लेने से त्वचा की जलन कम होती है। सोडा मिले
पानी में लगभग 10-15 मिनट तक
त्वचा को डुबोएं। इसके अलावा पानी में ओटमील
मिलाकर त्वचा साफ करने से जलन और कालापन
हट जाता है। बाथ सॉल्ट, ऑयल या बबल बाथ
का इस्तेमाल न करें। बजाय इसके एक कप ओटमील
को घोल कर कुछ देर त्वचा पर लगाएं। यह स्किन
सूदर का काम करता है।
2. ऐलोवेरा दे राहत
ऐलोवेरा के पत्तों को बीच में काटकर गाढा जेल
निकालें और झुलसी हुई त्वचा पर लगाएं।
त्वचा की लाली, जलन दूर करने के साथ नमी के
संतुलन को बरकरार रखेगा और मृत त्वचा हटाने में
भी मदद करेगा।
3. घरेलू उपचार
त्वचा की जलन दूर करने के लिए आलू
किसी वरदान से कम नहीं। दो आलुओं को धोकर
छोट टुकडे कर लें। इसे ब्लेंडर या फूड प्रोसेसर में
पीस लें। इसके रस को प्रभावित स्थान पर लगाएं।
सूखने के बाद ठंडे पानी से शॉवर लें। ऐसा 4-5
बार करने से जल्दी आराम मिल जाएगा।
4. नमी प्रदान करें
यूवी किरणें त्वचा की बाहरी सतह को रुखा कर
देती हैं। इस कारण कोश और रक्त कणिकाएं लीक
करने लगती हैं और त्वचा की बाह्य सतह पर पहुंचने
वाली नमी सूखने लगती है। ऐसे में ठंडी सिंकाई से
राहत मिलती है। इसके बाद मॉयस्चराइजर लगाएं
ताकि रूखापन न आए। बेहतर होगा कि इस्तेमाल
से पहले मॉयस्चराइजर को फ्रिज में रखकर
ठंडा कर लें। यह नमी के साथ ठंडक व
ताजगी का एहसास देगा।
5. ठंडक दें
गर्म तौलिये को ठंडे पानी में भिगोकर झुलसी हुई
त्वचा पर कुछ देर रखें। ऐसा दिन में कई बार करें।
चाहें तो पानी में थोडा सा बेकिंग सोडा और
फिटकरी पाउडर मिलाएं। यह त्वचा की जलन
को शांत करेगा।
6. विटमिन ई के कमाल
विटमिन ई कैप्सूल को तोडकर प्रभावित स्थान
पर लगाएं। विटमिन ई, संवेदनशील त्वचा के लिए
भी लाभकारी होता है। अगर इसे धूप के संपर्क में
आने के तुरंत बाद लगाया जाए तो काफी राहत
मिलेगी।
7. ठंडा दूध
ठंडा दूध बहुत उपयोगी होता है। दूध में लैक्टो-
पैलियो होता है, जो त्वचा की धूप से
रक्षा भी करता है और मृत त्वचा को हटाकर नई
त्वचा को पोषण देने का काम भी करता है। एक
कटोरी में ठंडा दूध डालकर रुई की सहायता से
त्वचा पर लगाएं। सूखने पर ठंडे पानी से धो लें।
झुलसी हुई त्वचा पर भूल कर भी पेट्रोलियम
जेली न लगाएं। यह त्वचा के छिद्र बंद कर देगी।
8. कोकोनट ऑयल
आप इसे सनब्लॉक के तौर पर भी इस्तेमाल कर
सकती हैं। त्वचा की झुलसन व कालापन दूर करने
के लिए इसका इस्तेमाल प्रभावकारी होता है।
इसमें थोडा सा कपूर मिलाकर त्वचा पर लगाने से
जलन कम होती है। इसके बाद ठंडे पानी से धो लें।
9. बेजोड है एवोकैडो
इसमें कुदरती एंटी इन्फ्लैमटरी तत्व होते हैं,
जो जलन कम करते हैं। इसमें विटमिंस और पोषक
तत्व भी होते हैं। 1-2 एवोकैडो को काटकर बीच
वाला हिस्सा (गूदा) मसल लें। इसमें
थोडा ऑलिव ऑयल और ऐलोवेरा जेल मिलाकर
लगाएं। तब तक लगा रहने दें जब तक कि इसका रंग
बदल न जाए। फिर त्वचा को गीला करके
गीली रुई से हलके से साफ करें। अब ठंडे पानी से
धो लें।
10. ग्रीन टी
इसमें टैनिन एसिड होता है, जो त्वचा को ठंडक
पहुंचाता है। 2 कप गर्म पानी में 2-3 टी बैग डालें।
फिर ठंडा होने दें। इस पानी में कॉटन बॉल डुबोएं
और लगाएं। आप चाहें तो नहाने के पानी में
भी 4-5 टी बैग्स डाल सकती हैं। ठंडा टी बैग
भी उन स्थानों पर रख सकती हैं, जहां तुरंत
आराम की जरूरत हों। मसलन आंखों, गाल और
नाक पर।

HOME MADE FACE PACK IN HINDI



मुंहासों के लिए पैक
   - एक चम्मच चंदन पाउडर, एक
चुटकी हल्दी पाउडर और एक चम्मच दूध लें। इन
सभी को अच्छी तरह मिलाकर चेहरे पर लगाएं।
करीब 20 मिनट बाद चेहरा धो लें।
- सोने से पहले चेहरा अच्छी तरह साफ करें। फिर
एक चम्मच हरी धनिया के जूस में एक
चुटकी हल्दी मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें और चेहरे
पर लगाएं। सूखने पर चेहरा साफ पानी से धो लें।
ऐसा हफ्ते में दो बार करें।
इांइयों के लिए पैक
- एक चम्मच ताजा क्रीम में तीन-चार पिसे हुए
बादाम और कुछ बूंद नींबू का रस मिलाकर पेस्ट
बना लें। इस पेस्ट को चेहरे और गर्दन पर लगाएं।
करीब पंद्रह मिनट बाद चेहरा धो लें। ऐसा सप्ताह
में कम से कम तीन बार करें।
- झाइयों पर पपीते का गूदा मलने से काफी लाभ
होता है।
- सफेद तिल और हल्दी की बराबर-बराबर
मात्रा लें और थोडे़ से पानी के साथ अच्छी तरह
पीस लें। फिर इस पेस्ट को प्रभावित स्थान पर
लगाएं। सूखने पर उबटन की तरह मलकर छुड़ाएं।
रूखी त्वचा के लिए फेसपैक
चार चम्मच शहद, चीन चम्मच बादाम का तेल और
एक चम्मच ऑलिव ऑयल को अच्छी तरह
मिला लें। फिर इसे चेहरे पर आधा घटा लगाएं और
हल्के गुनगुने पानी से चेहरा साफ कर लें।
तैलीय त्वचा के लिए स्क्रब
- एक चम्मच चावल का आटा और दो चम्मच
गाढ़ा दही एक साथ मिलाकर पेस्ट बना लें। इसे
चेहरे पर हल्के हाथों से मलते हुए लगाएं। तीन-चार
मिनट बाद चेहरा साफ पानी से धो लें।
- चार चम्मच चोकर, एक चम्मच बेसन, एक चम्मच
शहद, एक चम्मच अंडे की सफेदी और एक चम्मच
दही को अच्छी तरह मिलाकर पेस्ट बना लें। इस
पेस्ट को चेहरे पर लगाकर बीस मिनट बाद धो लें।

Thursday, May 9, 2013

ACENE IN MEN IN HINDI पुरूषों में मुहांसे


पुरूषों की त्वचा महिलाओं की अपेक्षा 20 परसेंट ज़्यादा ऑयली होती है और इसमें बड़े रंध्र होते हैं जिससे इरप्शन्स होने की संभावना भी ज़्यादा होती है इसलिये शुरूआत करने के लिये किसी अच्छे क्लींजर का इस्तेमाल ज़रूरी है। फेश वॉश या लिक्विड क्लींजर केवल महिलाओं के लिये ही नहीं बल्कि पुरूषों के लिये भी होते हैं और इनका इस्तेमाल कहीं से भी आपकी मर्दानगी को घटाता नहीं। सोप बार आपकी त्वचा पर ड्राइ इफेक्ट उत्पन्न कर सकते हैं खासकर यदि आपकी त्वचा ड्राइ प्रकार की है तो ऐसे सोप बार फायदेमंद हो सकते हैं जिनमें माइश्चराईजिंग के तत्व हों। ग्लाईकोलिक एसिड या लैक्टिक एसिड, सैलिसिलिक एसिड या बेंजाईल पैराक्साईड वाला क्लींजर ज़्यादा फायदेमंद हो सकता है क्योंकि इनमें एन्टिबैक्टीरियल गुणों के अलावा डीप पोर क्लीनिंग के लिये एक्सफॉलिएटिंग गुण भी होते हैं।

पुरूषों को अपनी त्वचा माइश्चराईज्ड रखने की कोशिश करनी चाहिये क्योंकि शेविंग से त्वचा ड्राइ हो जाती है। आपकी त्वचा की माइश्चराईजिंग एक त्वचा प्रकार से दूसरे के अनुसार अलग हो सकती है जबकि ऑयली त्वचा प्रकार के लोग माईश्चराईजर के बजाय किसी टोनर का इस्तेमाल कर सकते हैं ड्राइ त्वचा को हैवी ड्यूटी मॉइश्चराईज़र की ज़रूरत होती है। नार्मल त्वचा पर लाइट माईश्चराईजर उपयोग किया जा सकता है। किसी अल्फा-हाईड्रॉक्सी एसिड जैसे कि ग्लाईकोलिक एसिड या सैलिसिलिक एसिड वाला माईश्चराईजर त्वचा टोन और क्वॉलिटी बेहतर करने में मददगार साबित होता है।

त्वचा और हेल्थ केयर का अन्य ज़रूरी हिस्सा है सन प्रोटेक्शन जिसे किसी भी कीमत पर उपेक्षित नहीं किया जाना चाहिये। धूप में ओवर एक्सपोजर न केवल त्वचा को डैमेज करता है बल्कि त्वचा कैंसर का खतरा भी उत्पन्न करता है। पर्याप्त एसपीएफ सुरक्षा वाली सनस्क्रीन का उपयोग किया जाना चाहिये और लेबल पर दिये निर्देशों के अनुसार इसको दोबारा लगायें। 30 एसपीएफ वाली सनस्क्रीन, जो यूवीए और यूवीबी दोनों किरणों को ब्लॉक करती हो, उपयोग की जा सकती है। पूरे कपडे पहनना और सनग्लॉसेज इस्तेमाल करना सन प्रोटेक्शन के अन्य उपाय हैं।

TIPS FOR SKIN CARE IN HINDI


अकसर युवा अपनी त्वचा को लेकर बहुत चिंतित रहते हैं क्योंकि ऐसे मौसम में ही त्वचा पर इंफेक्शन होने की आशंका बढ़ जाती है। वैसे आप उबटन से पा सकते हैं दमकती त्‍वचा लेकिन हम कुछ खास टिप्स युवाओं के लिए बता रहे हैं। आइए जानें टिप्स फॉर यूथ।

  • आपकी जीवनशैली और खानपान आपकी त्वचा को बहुत प्रभावित करती है। जंकफूड आपकी त्वचा को डल बनाता है इसीलिए खाने-पीने का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है।
  • चेहरे की चमक-दमक बरकरार रखने के लिए रोज चेहरे की ठीक तरह से साफ-सफाई करना जरूरी है।
  • हर रोज चेहरे को क्लीजिंग, टोनिंग, एक्सफोलिएशन, मॉश्चराइजिंग से सुबह-शाम धोना और साफ करना चाहिए।
  • धूप में जब भी बाहर निकले सनस्क्रीन लोशन का इस्तेमाल कीजिए।
  • आप अपने चेहरे को ग्लो देने के लिए फेशियल भी करवा सकते हैं। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि आपको ये पता होना जरूरी है कि फेशियल क्लीजिंग या ट्रीटमेंट में से कौन सा आपको करवाना है।
  • हरी सब्जियों के पानी से चेहरा धोने से भी त्वचा में चमक आती है।
  • युवा लड़कियों को फेशियल करवाने से बचना चाहिए लेकिन वे पील-ऑफ करवा सकती है। इससे त्वचा को अंदरूनी तौर पर किसी तरह का नुकसान नहीं होता बल्कि चेहरे पर जमा डेड स्किन हट जाती है।
  • चेहरे को चमकाने के लिए फेस मास्क का प्रयोग किया जा सकता है। इसे आप घर में भी कर सकती है। फेस मास्क मौसम के हिसाब से अलग-अलग होते है। गर्मियों में कूलिंग मास्क का प्रयोग किया जाता है। खीरे और मुल्तानी मिट्टी वाले फेस मास्क चेहरे का तरोताजा बनाते हैं साथ ही ठंडक भी देते हैं।
  • एक चम्मच शहद में एक चम्मच पानी मिलाकर चेहरे और गर्दन पर लगाएँ। सूख जाने पर पानी से चेहरा धो लें। इससे त्वचा चिकनी और कोमल होगी।
  • पौष्टिक भोजन के साथ ही व्यायाम, एक्सरसाइज करने से भी त्वचा में प्राकृतिक निखार आएगा।
  • आने लाइफ स्टाइल को बदले और जल्दी सोकर जल्दी उठने से भी आप हेल्दी रहेंगे और फ्रेश महसूस करेंगी।
  • हेल्दी और ग्लोइंग स्किन पाने के लिए तनावमुक्त रहना भी बेहद जरूरी है। साथ ही अपनी नींद पूरी करें।
  • तीन-चार बादाम दूध में भिगो दें। जब फूल जाएँ तब उन्हें दूध में पीसकर लेप बना लें और रात को सोने से पहले कुछ देर तक चेहरे पर मालिश करें और सुबह पानी से चेहरा धो लें।
  • बेसन में थोड़ा दही मिलाकर लेप बना लें और उसे चेहरे पर लगाएं। कुछ देर लगा रहने दें। फिर चेहरे को पानी से धो लें। इससे त्वचा का रंग सुधरेगा तथा चेहरे पर पड़े दाग-धब्बे, झुर्रियाँ आदि दूर होंगी।
  • दूध, शहद, संतरे का रस तथा गाजर का रस लेकर अच्छी तरह मिलाकर लेप तैयार कर लें। इससे चेहरे पर धीरे-धीरे मालिश करें। कुछ देर बाद चेहरा धो लें।

    इन टिप्स को अपनाकर न सिर्फ आप ग्लोइंग स्किन पा सकती हैं बल्कि तरोताजा महसूस करते हुए हेल्दी भी रहेंगी। 

HOW TO FACIAL IN HINDI



फेसियल (facial) त्वचा का सौन्दर्य बढाने की एक प्रक्रिया है जिसमें कई उपचार सम्मिलित हैं, जिनमें प्रमुख हैं- वाष्प देना, चेहरे की मास्क, लोशन, क्रीमें, पील, मालिस आदि।

फेस पैक

फेशियल करने के बाद चेहरे पर फेस पैक लगाया जाता है। ऐसा करने से चेहरे की त्वचा में निखार आता है। फेस पैक मुंह और आंखों को छोड़कर बाकी पूरे चेहरे पर लगाया जाता है। चेहरे पर चमक लाने के लिए घर का ही सामान लेकर फेस पैक बनाया जाता है।
चिकित्सा-
1. ठण्डे पानी या गुलाबजल में रूई के 2 टुकड़े लेकर आंखों पर रख लें। ऐसा करने से आंखों को आराम मिलता है।
2. फेस पैक को पूरे चेहरे पर 10 मिनट के लिए लगाकर रख लें। फिर इसके सूखने पर गीली रूईया स्पंज से चेहरे को साफ कर लें।
3. 1 चम्मच मुलतानी मिट्टी, आधा चम्मच शहद और आधा चम्मच नींबू के रस को गुलाबजल में मिलाकर चेहरे पर लगा लें। इसको आधे घंटे सूखने के बाद गुनगुने पानी से धो लें।
4. सुबह 1 गिलास गुनगुने पानी में नींबू का रस निचोड़कर पीने से शरीर के सारे जहरीले पदार्थ बाहर निकल जाते है।
5. भोजन में तैलीय पदार्थो का सेवन कम करना चाहिए और सलाद और फलों के रस को लेना चाहिए।

HAIR PROTECTION छुटकारा चिपचिपे बालों से


बदलते मौसम का सबसे जल्दी असर बालों पर ही पड़ता है। इस मौसम में बालों में चिपचिपापन और तैलीयता ज्यादा नजर आती है। इसके लिए अपनाएं हेयर एक्सपर्ट जावेद हबीब के बताए इन आसान उपायों को।
1. रुई के टुकड़े या कॉटन बोल को गुलाबजल में भिगोकर बालों की जड़ों में लगाएं। इससे उनकी चिकनाई कम होगी। इसके बाद शैंपू कर लें।
2. हार्ड पर्मिग और हानिकारक केमिकल के प्रयोग से बालों को दूर रखें। यह सीजन किसी भी प्रकार के प्रयोग का नहीं है। इसलिए अपने बालों की घरेलू देखभाल करें। उनकी सफाई सही तरीके से करें।
3. मुलतानी मिटं्टी में हलका गर्म पानी डाल कर पेस्ट बनाएं। फिर थोड़ा सा नीबू का रस मिलाकर बालों में लगाएं। आधे घंटे बाद बाल धो लें।
4. 2 बड़े चम्मच दही, एक छोटा चम्मच शहद और एक चम्मच ग्लिसरीन मिलाकर बालों में लगाएं। इससे बालों में नई जान आ जाएगी और वे मजबूत भी बनेंगे। इसके बाद नीबू के गुणों से युक्त शैंपू करें।
5. बालों को स्वस्थ और मजबूत बनाने के लिए प्रोटीन से भरपूर डाइट लें। प्रोटीन की कमी से बालों की रंगत फीकी पड़ने लगती है। वे बेजान और चमक रहित हो जाते है। इसलिए अपने आहार में मछली, अंडा, सोयाबीन, दालें और हरी सब्जियां पर्याप्त मात्रा में शामिल करें।
जावेद हबीब

SKIN CARE IN SUMMER




क्या झुलसा देने वाली गर्मी में भी सुंदर दिखना आसान है? क्या संभव है सूरज की तपिश में भी त्वचा को खूबसूरत और चमकदार बनाए रखना? क्या बचा जा सकता है सूरज से निकलने वाली तेज किरणों से होने वाली टैनिंग, रैशेज और डिहाइड्रेशन जैसी समस्याओं से? इन सभी सवालों का जवाब है हां! इस मौसम आपकी त्वचा को दागदार न होने देंगी ये टिप्स..
गुलाब जल
गुलाब जल सूरज की किरणों से त्वचा को सुरक्षित रखने में मदद करता है, इसलिए अपनी मेकअप किट में इसे जरूर शामिल करें। रैशेज को दूरकर त्वचा को चमकदार बनाने के लिए गुलाब जल में बेबी पाउडर मिलाकर नियमित अंतराल में इसका प्रयोग त्वचा पर करती रहें। यह उन बैक्टीरिया को भी पनपने से रोकता है, जो चेहरे पर मुंहासे और ब्लैकहेड्स को जन्म देते हैं। यदि फेसपैक तैयार कर रही हैं तो पानी के बजाय गुलाब जल का प्रयोग करें। चंदन पाउडर और मुल्तानी मिंट्टी को गुलाब जल के साथ मिलाकर चेहरे पर लगाने से एक सप्ताह में चेहरे की चमक को निखारा जा सकता है।
टैन
गर्मियों में टैनिंग की समस्या आम बात है, लेकिन बाहर जाकर होने वाले कामों को तो नहीं रोका जा सकता। इसलिए धूप से वापस घर पहुंचने पर चेहरे पर खंट्टा दही लगाएं। सूखने पर ठंडे पानी से साफ करें। नींबू और खीरे के रस को बराबर मात्रा में मिलाकर चेहरे पर पंद्रह मिनट तक लगाने के बाद ठंडे पानी से धोएं। दही के साथ एक चुटकी हल्दी मिलाकर चेहरे के अलावा दूसरे खुले अंगों पर लगाने के बाद गुनगुने पानी से धोएं। गर्मी में हाथों और पैरों का भी खास ख्याल रखने की जरूरत है। ऑलिव ऑयल, नींबू का रस और शक्कर को मिलाकर पेस्ट बनाने के बाद उसे हाथों पर लगाएं। पैरों के लिए गर्म पानी में नींबू का रस मिलाने के बाद उन्हें उसमें थोड़ी देर भीगने दें।
एक्सफॉलिएट
पसीना और धूल मिंट्टी चेहरे की त्वचा को बदरंग कर उसमें संक्रमण पैदा कर सकता है, इसलिए एक्सफॉलिएशन बहुत जरूरी है। इसके लिए हरे चने का पाउडर, हल्दी और दूध को मिलाकर पेस्ट बना लें। ठंडे पानी से शॉवर लेने के पहले इसका इस्तेमाल स्क्रब के रूप में करें। अंतिम शॉवर के बाद गुलाब जल लगाएं।
पसीना
कोशिश करें कि त्वचा हमेशा सूखी रहे। गंदगी चेहरे पर ही पसीने के साथ न सूखे, इसलिए नियमित अंतराल पर चेहरा पोछती रहें। नींबू और खीरे के रस को मिलाकर फ्रिज में जमा लें और फिर इन क्यूब्स को चेहरे पर मलें।
हेयर केयर
पसीना और सूरज की तपिश बालों को रूखा और बेजान बना देती है। इससे बचने के लिए जितना हो सके बालों को धोती रहें। माइल्ड शैंपू और अच्छे कंडीशनर का इस्तेमाल करें। चाहें तो इस घरेलू उपाय पर भी अमल कर सकती हैं। एक कप पानी में चाय की पलियां उबाल लें और ठंडा होने पर उसमें आधे नींबू का रस मिलाएं। शैंपू के बाद इस मिश्रण को बालों पर लगाएं। ठंडे पानी से साफ करें। यह बालों में चमक और उछाल पैदा करता है। इस मौसम में बालों को ड्रायर की मदद से सुखाने की कोशिश न करें।
फाउंडेशन
गर्मी के मौसम में जितना कम मेकअप किया जाए उतना ही फायदेमंद रहता है। यदि मेकअप कर ही रही हैं तो फाउंडेशन का इस्तेमाल सावधानीपूर्वक करें, क्योंकि यह चेहरे के रोमछिद्र बंद कर देता है, जिससे मुंहासों की समस्या हो सकती है। आंतरिक खूबसूरती को निखारने के लिए जितना हो सके फलों और सलाद का सेवन करें।
पानी
गर्मियों के मौसम में जितना
पानी पिएं उतना ही बेहतर है। इस मौसम में पानी ही त्वचा को हाइड्रेट करने के साथ चमकदार और कोमल बनाए रखता है। फलों के रस या दूसरे आर्टीफिशियल ड्रिंक्स इसकी भरपाई नहीं कर सकते।
स्वीमिंग
यदि स्वीमिंग करने का मन बना रही हैं तो पूल में उतरने से पहले पानी में मौजूद क्लोरीन से त्वचा को सुरक्षित रखने के लिए लैवेंडर ऑयल और वैसलीन का मिश्रण बनाकर पूरे शरीर में लगाएं।

SKIN CARE IN SUMMER DAYS


आज की भाग-दौड़ भरी तनावयुक्त दिनचर्या के बीच अपनी त्वचा को
स्वस्थ बनाए रखना बेहद कठिन काम है। कभी शुष्क हवाएं नुकसान पहुंचाती है तो कभी वातावरण में फैला प्रदूषण। ऐसे में त्वचा विशेषज्ञों ने त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने के लिए कुछ खास टिप्स सुझाए है :
1. अधिक से अधिक पानी पिएं, पानी त्वचा को नमी प्रदान करता है।
2. होंठों पर रोज रात को वैसलीन लगाएं।
3. ऑयली स्किन के लिए फेस पैक में दूध के बजाय दही डालें।
4. लिपस्टिक लगाने से पहले लिप जेल की एक परत लगाएं।
5. रोज अपने चेहरे को गुनगुने पानी व क्लींजर से अच्छी तरह साफ करे।
6. यदि दिन में मेकअप किया है तो रात को सोने से पहले उसे उतारना ना भूलें।
7. बाहर जाते समय सनस्क्रीन क्रीम लगाना ना भूलें।
8. दूसरों की देखादेखी नहीं, अपनी स्किन टोन के मुताबिक क्रीम या मॉयस्चराइजर का प्रयोग करे।
9. त्वचा को मॉयस्चराइज करने के लिए खट्टें फल व ताजा हरी सब्जियों को सेवन अधिक से अधिक करे।
10. त्वचा संबंधी समस्या के होने पर लापरवाही न बरतें, स्किन स्पेशलिस्ट से संपर्क करे।

hair fall in hindi



बालों का झड़ना (अंग्रेज़ी:Hair loss या Alopecia) हल्के से लेकर गंजा होने तक का हो सकता है। सामान्यतः हमारे लगभग 50 से 100 बाल हर दिन झड़ते हैं। यदि इससे ज्यादा बाल झड़ते हैं, तो यह चिंता का विषय है। यह भी देखा जा सकता है कि बाल पतले होने लगते है और एक या अधिक जगह पर गंजापन आ जाता है। बाल गिरने के कई अलग-अलग कारण होते है। चिकित्सा विज्ञान के आधार पर बालों का झड़ना कई प्रकार के हो सकते हैं:
  • लंबी बीमारी, बड़ी शल्य क्रिया अथवा गंभीर संक्रमण जैसे बड़े शारीरिक तनाव से दो या तीन महीने के बाद बालों का झड़ना एक सामान्य प्रक्रिया है। हार्मोन स्तर में आकस्मिक बदलाव के बाद भी यह हो सकता है, विशेषकर स्त्रियों में शिशु को जन्म देने के बाद यह हो सकता है। साधारण तरीके से बाल झड़ते रहते हैं किन्तु गंजापन दिखाई नहीं देता है।
  • औषध के गौण प्रभावः बालों का झड़ना कुछेक औषधियों के खाने के कारण हो सकता है और यह अचानक पूरे सिर पर प्रभावी हो सकता है।
  • चिकित्सकीय बीमारी के लक्षणः बालों का झड़ना चिकित्सा बीमारी का लक्षण हो सकता है जैसे कि अवटुग्रंथि(थाइरॉयड) विकृति, सेक्स हार्मोन में असंतुलन या गंभीर पोषाहार समस्या विशेषकर प्रोटीन, लौह, जस्ता या बायोटीन की कमी। यह कमी खान-पान में परहेज करने वालों और जिन महिलाओं को मासिक धर्म में बहुत ज्यादा रक्त स्राव होता है उनमें यह आम है।
  • सिर की त्वचा (खोपड़ी)- इसमें फफूंद-खोपड़ी में जब विशेष प्रकार की फफूंद से संक्रमण हो जाता है तो बीच बीच में बाल झड़ने लगते हैं। बच्चों में आमतौर पर बीच-बीच के बाल झड़ने का संक्रमण पाया जाता है।
  • हाइपोथायरॉएडिज़्म

 वंशानुगत गंजापन

पुरुषों में जिस प्रकार बाल झड़ते रहते हैं अर्थात मांग से बालों का झड़ना और/या सिर के ऊपर से बालों का झड़ना, उसी प्रकार इसमें भी पुरुषों के बाल झड़ते हैं। इस प्रकार बालों का झड़ना आम है और यह किसी भी समय यहां तक कि किशोरावस्था में भी आरंभ हो सकता है। इसके मुख्यतः तीन कारण हैं-वंशानुगत गंजापन, पुरुष हार्मोन और बढ़ती हुई आयु। महिलाओं में, सिर के आगे के भाग को छोड़कर पूरे हिस्से के बाल झड़ने लगते हैं।

 आधुनिक शोध

मई, २००९ में जापान में हुए एक शोध से ज्ञात हुआ है, कि मानवों में बाल झड़ने के लिए एक एसओएक्स २१ नामक जीन उत्तरदायी होता है। [1]

 रोकथाम

तनाव कम कर, उचित आहार लेकर, बाल संवारने की उचित तकनीक अपनाकर और यदि संभव हो तो बालों को झड़ने से रोकनेवाली दवाइयों का उपयोग कर बालों के झड़ने की समस्या को रोका जा सकता है। फफूंद संक्रमण की वजह से बालों को झड़ने की समस्या को बालों की सफाई पर ध्यान देकर, दूसरों के ब्रश, कंघी, टोपी आदि का उपयोग न कर बचा जा सकता है। दवाइयों की सहायता से वंशानुगत गंजेपन के कुछ मामलों को रोका जा सकता है।

baldness


गंजापन (Baldness) की स्थिति में सिर के बाल बहुत कम रह जाते हैं। गंजापन की मात्रा कम या अधिक हो सकती है। गंजापन को एलोपेसिया भी कहते हैं। जब असामान्य रूप से बहुत तेजी से बाल झड़ने लगते हैं तो नये बाल उतनी तेजी से नहीं उग पाते या फिर वे पहले के बाल से अधिक पतले या कमजोर उगते हैं। इसके चलते बालों का कम होना या कम घना होना शुरू हो जाता है और ऐसी हालत में सचेत हो जाना चाहिए क्योंकि यह स्थिति गंजेपन की ओर जाती है।

अनुक्रम

  


 गंजेपन के प्रकार

1. एंड्रोजेनिक एलोपेसिया - यह सर्वाधिक आम है और महिलाओ से ज्यादा पुरुषों को होता है। इसीलिए इसे पुरुषों का गंजापन भी कहा जाता है। यह स्थायी किस्म का गंजापन है और एक खास ढंग से खोपड़ी पर उभरता है। यह कनपटी और सिर के ऊपरी हिस्से से शुरू होकर पीछे की ओर बढ़ता है। यह जवानी के बाद किसी भी उम्र में शरू हो सकता है और व्यक्ति को आंशिक रूप से या पूरी तरह गंजा कर सकता है। इस किस्म के गंजेपन के लिए मुख्यत: टेस्टोस्टेरॉन नामक हारमोन संबंधी बदलाव और आनुवंशिकता जिम्मेदार होती है।
2. एलोपेसिया एरीटा - इसमें सिर के अलग-अलग हिस्सों में जहां-तहां के बाल गिर जाते हैं, जिससे सिर पर गंजेपन का पैच लगा सा दिखता है। इसकी वजह अब तक अनजानी है, पर माना जाता है कि यह शरीर की रोगप्रतिरोधी शक्ति कम होने के कारण होता है।
3. ट्रैक्शन एलोपेसिया - यह लंबे समय तक एक ही ढंग से बाल के खिंचे रहने के कारण होता है। जैसे, कोई खास तरह से हेयरस्टाइल या चोटी रखना। लेकिन हेयरस्टाइल बदल देने यानी बाल के खिंचाव को खत्म कर देने के बाद इसमें बालों का झड़ना रुक जाता है।

 कारण

आनुवंशिक कारणों या उम्र बढ़ने से
हारमोन में परिवर्तन से
गंभीर रूप से बीमार पड़ने या बुखार होने से
किसी खास चिकित्सीय कारण, जैसे कैंसर केमोथेरेपी या अत्यधिक विटामिन ए की वजह से
भावनात्मक या शारीरिक तनाव की वजह से
एक खास ढंग से बाल को लंबे समय तक खींचे रखने से भी बाल कम होते हैं।

 उपचार

1. केश प्रत्यारोपण (हेयर ट्रांसप्लांटेशन)
इसके तहत सिर के उन हिस्सों, जहां बाल अब भी सामान्य रूप से उग रहे होते है, से केश-ग्रंथियां लेकर उन्हें गंजेपन से प्रभावित हिस्सों में ट्रांसप्लांट किया जाता है। इसमें त्वचा संबंधी संक्रमण का खतरा बहुत कम होता है और उन हिस्सों में कोई नुकसान होने की संभावना कम होती है जहां से केश-ग्रंथियां ली जाती है।
2. दवाओं के इस्तेमाल से
माइनोक्सिडिल नामक दवा का इस्तेमाल कम बाल वाले हिस्सों पर रोज करने से बाल गिरना रुक जाता है तथा नये बाल उगने लगते हैं। यह दवा रक्त वाहिनियों को सशक्त बनाती है जिससे प्रभावित हिस्सों में रक्तसंचार और हारमोन की आपूर्ति बढ़ जाती है और बाल गिरना बंद हो जाता है। एक और फाइनस्टराइड नामक दवा की एक टेबलेट रोज लेने से बालों का गिरना रुक जाता है तथा कई मामलों में नये बाल भी उगने लगते हैं।
ये दवाएं बालों का गिरना कम तो कर सकती हैं पर अधिकांश मामलों में देखा गया है कि दवाएं लेना बंद कर देने से नये उगे बाल पुन: झड़ जाते हैं। इनसे खोपड़ी खुजलाने जैसे कुछ साइड इफेक्ट होना भी आम बात है।
इनके अलावा, कोर्टिकोस्टराइड नामक एक इंजेक्शन भी है जो एलोपेसिया एरीटा के मामले में खोपड़ी की त्वचा में दी जाती है। यह उपचार आम तौर पर हर महीने दोहराया जाता है। कई बार डॉक्टर एलोपेसिया एरीटा के चलते अत्यधिक बाल गिरने पर कोर्टिकोस्टराइड टेबलेट खाने की सलाह भी देते हैं।
3. कॉस्मेटिक उपचार
सिंथेटिक केश - गंजेपन से प्रभावित हिस्से को ढंकने के लिए विशेष रूप से निर्मित बालों का प्रयोग किया जा सकता है। यहां ध्यान देने की बात यह है कि इन बालों के नीचे की खोपड़ी को नियमित रूप से धोते रहना जरूरी है, इसमें किसी किस्म की कोताही नहींे बरती जानी चाहिए। एक और तरीका है कृत्रिम बालों की बुनाई कराना, जिसके तहत मौजूदा बालों के साथ कृत्रिम केशों की बुनाई की जाती है।